- 12 Posts
- 107 Comments
हजारों साल पुरानी बात है. एक बार जंगल में शेर बैठा बैठा कुछ सोच रहा था, कि आखिर जंगल का राजा कौन है? मुझे ही होना चाहिए क्यूंकि मुझसे ज्यादा ताकतवर और कोई है भी नहीं. लेकिन फिर भी मन में एक सफाई खोजने कि इच्छा हुई. सो सोचा चलो जंगल के जानवरों से ही पूछ लेते हैं के जंगल का राजा कौन है?
रास्ते में बन्दर मिला.
शेर : ऐ इधर आ. बता जंगल का राजा कौन है?
बन्दर (डरते डरते) : सरकार आप ही तो हमारे राजा हैं. दुसरे के बारे में तो हम सोच भी नहीं सकते.
इससे शेर को बहुत ख़ुशी हुई. सोचा चलो कुछ और रहने वालों से भी पूछ लें.
फिर थोड़ी दूर पर भालू मिला.
शेर : ऐ भालू बता कि इस जंगल का राजा कौन है?
भालू : जी हमेशा से तो हम ने आप ही को राजा जाना और माना है. हम तो आप कि प्रजा है.
मन ही मन खुश होता हुआ और आगे बढ़ा.
थोडा ही आगे बढ़ा था कि गीदड़ दिखा.
शेर : ऐ गीदड़, सुन मेरी बात. आ इधर आ दौड़ के.
गीदड़ (दौड़ता हुआ आया): पता नहीं आज क्या होगा मेरा?, क्या गलती हुई मुझसे?
शेर : इस जंगल का राजा कौन है?
गीदड़ : जी माइबाप आप ही तो हमारे राजा है. और किसमें इतनी हिम्मत है? आप सर्वगुण संपन्न हैं. आपका शासन बहुत ही अच्छा चल रहा है. और ये हैं वो हैं…… आप से ज्यादा कोई भी किसी चीज़ में नहीं है, इसलिए इसमें कोई शक नहीं के आप ही हमारे राजा है.
अपने बारे में इतनी सारी बातें जानकर जो खुद उसे भी नहीं मालूम थीं गदगद हो गया.
अब उसे विश्वाश हो गया के वोह ही जंगल का राजा है. और फिर घूमने लगा शान से.
तभी उधर उधर हाथी दिखा मस्त खाता हुआ.
सोचा चलो इससे भी पूछ ही लेता हूँ.
शेर : ऐ हाथी बता इस जंगल का राजा कौन है?
हाथी शेर की ओर पलटा और सूंड से उसके पीठ पर धपाक से मारा.
शेर : अरे भाई मेरे कहने का मतलब ये है कि इस जंगल का राजा मैं हूँ कि नहीं?
हाथी ने दुबारा उसे मारा.
शेर : नहीं नहीं, लोग ऐसा कह रहे हैं कि मैं ही इस जंगल का राजा हूँ. आप से सिर्फ यही जानने आया था कि आप क्या कहते हैं?
इस बार हाथी ने उसे सूंड में लपेटकर हवा में उठाया और धडाम से ज़मीन पर पटक दिया.
शेर : ना बाबा ना, आप तो नाराज़ हो रहे हैं. मैं जाता हूँ.
और फिर शेर चला गया उसी जंगल में. तब से एक सवाल सब के मन में है, और जवाब भी………
Read Comments